तेजस्वी यादव ने चुनाव से पहले चला दांव! बिहार को नंबर वन बनाने का किया दावा
बिहार चुनाव से पहले राजनैतिक दलों का वार पलटवार शुरू हो गया है। अलग अलग पार्टियों के द्वारा बिहार को बदलने की बात शुरू हो गई है। जहां बिहार में भारतीय जनता पार्टी एवं जनता दल यूनाइटेड की गठबंधन सरकार है। तेजस्वी यादव ने हालिया सरकार के खिलाफ तंज कसते हुए कई सारी कमियां गिना दी है।
तेजस्वी यादव का वादा
तेजस्वी यादव द्वारा बिहार सरकार को घंटे हुए 5 साल में बिहार बदलने की बात की गई है। उन्होंने बिहार को पूरे देश में नंबर वन बनाने का दावा करते हुए। गरीब मजदूर और बिहार वासियों के लिए रोजगार और नौकरी के बारे में भी खूब लिखा है।
हालांकि उन्होंने कहा “तेजस्वी आपसे वादा करता है कि 20 सालों के इस चौपट राज की कमी गिनाने की बजाय, सरकार बनने के पहले दिन से सिर्फ और सिर्फ समावेशी विकास एवं सकारात्मक, प्रगतिशील, रिजल्ट ओरिएंटेड पॉलिटिक्स के साथ बिहार को आगे ले जाने की सकारात्मक बातें होगी। मेरे इरादे नेक हैं, उम्र कच्ची है लेकिन जुबान पक्की है, नीयत सच्ची और नीति अच्छी है।”"
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प्रिय बिहारवासियों,
हम सभी ने साथ मिलकर बिहार को बदलने का जो संकल्प लिया था उसके परिणाम अब थोड़े बहुत दिखने लगे है। लगभग 20 साल तक “असंभव” शब्द और 20 बरस पूर्व की सरकार को दोष देने के सहारे ये जनता को भ्रमित करते हुए अलट-पलट कर सिद्धांतहीन, उदासीन, इच्छाशक्ति के घोर अभाव और लक्ष्य को दुष्कर समझने वाली सरकार चलाते रहे। हमने 2020 चुनाव में आधुनिक व नए बिहार का एक बेहतरीन ब्लूप्रिंट बनाया, बिहार को नम्बर एक राज्य बनाने का लक्ष्य रखा तथा देश में सबसे अधिक युवा आबादी वाले युवा बिहार प्रदेश के नौजवानों को एक साथ 10 लाख नौकरियां देने का प्रण लिया। तब यही एनडीए सरकार हमारी घोषणा, इरादे और वादे का उपहास करती थी और हमसे पूछा जाता था कि कहाँ है 10 लाख नौकरियां? कहां से देंगे नौकरी? पैसा कहां से आएगा?
हमने अपने 17 महीनों के छोटे से कार्यकाल में बिना पेपरलीक, लेटलतीफ़ी और विवाद के 5 लाख नौकरियां देकर दिखाई तथा साढ़े 3 लाख नौकरियां प्रक्रियाधीन कर अपनी मजबूत इच्छाशक्ति के दम पर दिखा दिया कि अपनी मिट्टी के लिए कुछ करने की लगन, मेहनत, इच्छाशक्ति, जुनून, जोश, होश, संकल्प और विज़न हो तो असंभव भी संभव हो जाता है।
हम बिना विचलित हुए वंचितों, दलितों, पिछड़ों-अतिपिछड़ों और गरीबों को हक दिलाने के लिए लड़ते रहे। हमने खुल कर चेतावनी के साथ कहा कि जातिगत जनगणना समय, न्याय और अधिकार की माँग है। ये होनी चाहिए और बिहारवासी एकजुट होकर इसे करा कर रहेंगे। बिहार की एकता का परिणाम पूरे देश को लाभ के रूप में मिला। 65 प्रतिशत आरक्षण के लिए भले ही संविधान विरोधी संघी एवं सामंती सोच रोड़ा अटकाती रही है पर हम आपको वचन देते हैं कि हमारी इच्छाशक्ति और आपका सहयोग, समर्थन व स्नेह जल्द ही वो दिन लाएगा जब बिहार में 65% से अधिक आरक्षण यानि हिस्सेदारी के हिसाब से हक़ मिलेगा। डोमिसाइल नीति पर तेजस्वी ये वचन देता है आपकी सरकार बनने पर बिहार के लोगों की आन बान शान और गरिमा को ध्यान में रखते हुए, उसका सम्मान करते हुए तेजस्वी बिहार में अभूतपूर्व डोमिसाइल नीति लागू करेगा। खैर, चाहे आरक्षण व जातीय जनगणना का प्रश्न रहा या फिर युवाओं को नौकरी देने का, हमने कहा था कि हम सरकार को नाक रगड़ने पर इतना मजबूर कर देंगे कि वो जनता से किया वादा पूरा करे, हमने वही कर दिखाया है। सरकार में बैठे लोग कुर्सी के लिए चिंतित, भयभीत, लोलुप और व्याकुल हैं।
हम शुरू से कहते रहे कि एनडीए सरकार ने महंगाई में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी की है। हमने ऐसा ब्लूप्रिंट तैयार किया कि जो 20 साल से ये सरकार ना कर सकी। हमने वादा किया कि जातीय और आर्थिक सर्वे में चिह्नित 94 लाख गरीब परिवारों को 2 लाख रुपए देंगे एवं हम वृद्धजन, विधवा, दिव्यांगजन की सामाजिक सुरक्षा पेंशन 400 रुपये महीना से बढ़ा कर 1500₹ करेंगे। हमारी इस घोषणा से 20 साल से कुंभकर्णी नींद सोयी सरकार उठ गई, गद्दी की चिंता सताने लगी तो हमारी नक़ल करने लगे, पेंशन के टेंशन में जनता के हमदर्द बनने का ढोंग करते हुए वही घोषणा ख़ुद भी कर रहे हैं। हम उनसे पूछना चाहते हैं कि तेजस्वी के मुँह से निकलने के बाद ही आप किसी योजना के प्रति आकृष्ट क्यों होते हैं? आपको तेजस्वी के आइडिया लेकर ही सरकार चलानी है तो फिर आप 20 साल से कुर्सी पर बैठे हुए बिहार के लिए क्या सोच रहे हैं?
अभी तो शुरुआत है, बिहार को कैसे 5 साल के अंदर देश में नम्बर-एक राज्य बनाना है, तेजस्वी के पास उसका पूरा ब्लूप्रिंट है। चुनाव तक सरकार को मजबूर कर देंगे कि वो महिलाओं के लिए हर महीने 2500₹ देने वाली “माई बहन मान योजना” जैसी किसी योजना की घोषणा एवं नकल करे, गैस सिलेंडर जो इन्होंने 1200₹ से भी ज़्यादा का कर दिया है उसके दाम घटाने की घोषणा करे, चीटर-मीटर के जरिए बिजली बिल में लूट को समाप्त कर 200 यूनिट फ्री बिजली देने, जमीन सर्वे में गड़बड़ी रोकने, डोमिसाइल नीति लागू करने, युवाओं को रोजगार देने, पलायन रोकने, 65% आरक्षण लागू करने, थाना-ब्लॉक में रिश्वतखोरी बंद करने, अपराध पर लगाम लगाने तथा बेटियों को आगे बढ़ाने की बात करे। किसानों की फसल, व्यापारियों, कर्मचारियों और मजदूरों की समृद्धि सुनिश्चित करने की बात करे, वो भविष्योन्मुखी एवं सकारात्मक बातें जो ये सरकार पिछले 20 सालों में रत्ती भर भी कर नहीं पाई। 1/2
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